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Centenary of Mahatma Gandhi’s call for Spirit of Adventure

Siby Kollappallil Joseph March 8, 2025 marks the centenary of Mahatma Gandhi’s visit to Kochi which was then under the direct rule of the British. It was his second visit to Kerala. In December 1924...

Global Blackout Day: A Call to Action Against Injustice

Siby Kollappallil Joseph On February 28th, two events will unfold, echoing the timeless spirit of non-cooperation pioneered by Mahatma Gandhi. The Global Blackout Day, initiated by Mothers Against...

प्रेम के अलावा कोई दरवाजा नहीं है

पश्चिम बंगाल के मध्य कोलकाता में स्थित ऐतिहासिक बैंटिक स्ट्रीट पर आलिया होटल एक प्रतिष्ठित रेस्तरां है, जो अपने अस्तित्व के 97 वर्षों से अधिक के दौरान शहर के सांस्कृतिक व गैस्ट्रोनॉमिक परिदृश्य में एक...

अहिंसात्मक शक्ति का बीज भू-दान आंदोलन

आजादी मिलते ही देश की राजनीति में बड़ा ऊहापोह दिखता है। कुर्सी के प्रति लोगों की लालसा बढ़ती जाती है और गांधीजी के मिशन से लोग दूर होते जाते हैं लेकिन वहीं एक तरफ कुछ ऐसे भी लोग थे जो बापू द्वारा बताए...

Gandhi’s Intimate Friend

Gandhi’s correspondence with Sarla Devi reveals the complexity of the Mahatma’s intellectual, political, and intimate connections with one of the age’s most impressive women. Lost Letters and Feminist...

ब्रह्मचर्य के प्रयोगों पर सवाल क्यों? भाग-२

ब्रह्मचर्य के प्रयोगों पर सवाल क्यों? ‘गांधी एक असंभव संभावना’ के लेखक सुधीर चन्द्र से नितिन ठाकुर की बातचीत...

ब्रह्मचर्य के प्रयोगों पर सवाल क्यों? भाग १

सुधीर चन्द्र ने एक किताब लिखी थी- गांधी एक असम्भव संभावना. यह किताब गांधी के अंतिम दिनों का मार्मिक दस्तावेज है. लेकिन बात केवल अंतिम दिनों की नहीं, आज हम गांधी की जिन्दगी से जुड़े सबसे मुश्किल सवालों...

पूँजीवाद का उपाय है ट्रस्टीशिप

पूंजीवाद से उपजी आर्थिक असमानता का उपाय, जो गाँधी बता रहे हैं, वह ट्रस्टीशिप और अपरिग्रह है. हिंसा के विषय में भी गांधी से बढ़कर कोई दूसरा पैगम्बर पिछले हजार दो हजार साल में नहीं हुआ. अफ्रीकन नेशनल...

स्वराज-रचना और राष्ट्र-निर्माण का गांधी-मार्ग

बीते पचहत्तर बरसों में हमने लोकतान्त्रिक संविधान और संसदीय राजनीति का सदुपयोग करके एक ‘कल्याणकारी राज्य’ की रचना की है. पहले चार दशक राज्य द्वारा निर्देशित नियोजन का रास्ता अपनाया गया. फिर बीते तीस...
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